Thursday, July 21, 2022

चीन में लोगों के खिलाफ बैंकों के बाहर टैंक तैनात



चीन में लोगों के खिलाफ बैंकों के बाहर टैंक तैनात:थियानमेन स्क्वायर की यादें ताजा, जब चीन ने अपने ही 10 हजार लोगों को मारा था


चीन में कई बैंकों से पैसे निकालने पर रोक लगा दी गई है। बैंक ऑफ चाइना ने कहा है कि यहां जमा पैसा एक निवेश है। इसे निकाला नहीं जा सकता। इस फैसले के खिलाफ चीन में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने भारी संख्या में सेना के टैंकों को सड़कों पर उतार दिया है।

इस घटना ने पूरी दुनिया को फिर से थियानमेन स्क्वायर की याद दिला दी है। 33 साल पहले 1989 में सरकार के खिलाफ बीजिंग के थियानमेन स्क्वायर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ भी टैंक उतारे गए थे। इस क्रूर कार्रवाई में 10 हजार लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर छात्र थे। अब इसे थियानमेन 2.0 कहा जा रहा है।

इस एक्सप्लेनर में जानते हैं कि आखिर चीन ने अभी क्यों उतारा अपने ही नागरिकों के खिलाफ टैंक? क्या है थियानमेन नरसंहार की कहानी, जिसमें 10 हजार लोग मारे गए थे?

थियानमेन 2.0: चीन ने अपने ही लोगों के खिलाफ उतारे टैंक

चीन के हेनान प्रांत में पिछले कई हफ्तों से पुलिस और बैंक में पैसा जमा करने वाले लोगों के बीच झड़प जारी है। लोगों का कहना है कि अप्रैल 2022 से ही उन्हें अपनी सेविंग्स निकालने से रोका जा रहा है। इन विरोध प्रदर्शनों के बीच चीनी लिबरेशन आर्मी के टैकों की फोटो-वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रही हैं। इसे प्रदर्शनकारियों को डराने के लिए लगाया गया है।

चीनी बैंकों ने लोगों के पैसों को निवेश बता लौटने से किया मना, भड़के लोग सड़कों पर उतरे


हाल ही में बैंक ऑफ चाइना की हेनान ब्रांच ने घोषणा की थी कि उनके ब्रांच में पैसा जमा कराने वालों की सेविंग्स 'इंवेस्टमेंट' हैं और उन्हें निकाला नहीं जा सकता है। इस घोषणा के बाद लोगों का प्रदर्शन और उग्र हो गया है। 10 जुलाई को हेनान के झोंगझोऊ में बैंक ऑफ चाइन की ब्रांच के सामने 1000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए थे और जोरदार प्रदर्शन किया था, लेकिन अब तक चीनी अधिकारी उनकी मांगों को अनसुना करते आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेनान में बैंक ऑफ चाइना के ऑफिस के सामने हो रहे भारी विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए चीनी पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स के कुछ लोग सफेद कपड़ों में पहुंचे थे।

तस्वीर में चीन के हेनान प्रांत की सड़कों से गुजरते चीनी सेना के टैंक। टैंकों को सड़कों पर इसलिए उतारा गया है ताकि लोग बैंकों तक न पहुंच पाएं। हेनान प्रांत की राजधानी झेंगझोऊ में प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद अथॉरिटीज ने कहा कि वे बैंकों से लोगों के फंड को किश्तों में रिलीज करेंगे। हेनान में कई रूरल बैंकों ने लोगों के पैसों को कई महीनों से रोक रखा है।15 जुलाई को बैंकों को वादे के मुताबिक, लोगों को पहली किश्त देनी थी, लेकिन केवल कुछ ही लोगों को पैसे मिल पाए हैं। इससे ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या चीनी बैंकों के पास देने के लिए पैसा ही नहीं बचा है। यानी चीनी बैंक दिवालिया हो गए हैं।


आखिर क्यों लोगों के पैसे नहीं लौटा रहे हैं चीनी बैंक?

चीन में स्थानीय सरकारों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा जमीन को खासतौर पर रियल एस्टटे डेवलेपर्स को लीज पर देने से आता है, लेकिन कई प्रोजेक्ट्स के अधूरे पड़े होने से कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने फिर से जमीन नहीं खरीदी हैं। इससे स्थानीय सरकार की कमाई पर असर पड़ा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में घर खरीदारों के लोन न चुकाने की समस्या से तुरंत इसलिए नहीं निपटा जा रहा है क्योंकि रियल एस्टेट के सीनियर अधिकारियों को छोड़ दिया जाए तो चीन में हर सफल रियल एस्टेट डेवलेपर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी यानी CPC के कुछ ताकतवर लोगों से जुड़ा है। जैसे-चीन के सबसे बड़े प्रॉपर्टी डेवलेपर एवरग्रांडे के शी जियायिन, और CPC राजनेता झेंग क्विंगहोंग की भतीती झेंग बाओबाओ पैसे बनाने के लिए सीधे तौर पर रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े रहे हैं। साधारण रियल एस्टेट डेवलेपर्स को भी अपने कामों को पूरा कराने के बदले में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देनी पड़ती है। ऐसे में अगर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता अधूरे प्रोजेक्ट्स और रियल एस्टेट में करप्शन की जांच करना चाहते हैं, तो उन्हें अपनों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी पड़ेगी।

चीनी प्रोफेसर का दावा, 2022 का साल चीन की अर्थव्यवस्था के लिए सबसे खराब


कुछ ही दिनों पहले ऑनलाइन वायरल हुए एक वीडियो में बीजिंग की सिंघुआ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर झेंग युहुआंग ने कहा था कि 2022 चीन के लिए मुश्किल साल है। झेंग के अनुसार 2022 के पहले क्वॉर्टर में चीन में 4.60 लाख कंपनियां बंद हो चुकी हैं और 31 लाख बिजनेस परिवार दिवालिया हो गए हैं। इस साल 1.76 करोड़ कॉलेज ग्रैजुएट निकले हैं, जिससे नौकरियों का संकट पैदा हो गया है। चीन में करीब 8 करोड़ युवा बेरोजगार हैं।