Thursday, July 25, 2024

Investment Return : इससे बेहतर क्या, 1 साल में मिला 82% से भी अधिक का रिटर्




कई बार लम्बी कहानी कहने की जरुरत नहीं पड़ती, बस एक तस्वीर ही काफी होती है, उसी तरह कभी-कभी आंकड़ें खुद ब खुद हाल बयां कर जाते हैं, अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के दौरान आठ Core Industries का मिला जुला इंडेक्स बढ़कर 157.8 पहुंच गया जोकि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में 146.7 था, इस साल अप्रैल में यही मिलाजुला इंडेक्स 160.5 था.



जून 2024 में Gross Goods and Services Tax revenue का कलेक्शन रिकार्ड तोड़ 1.74 लाख करोड़ रुपये था, यह साफ तौर पर दर्शाता है कि अर्थव्यवस्था में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर का डेवलपमेंट जोरो पर है.



समय आ गया


इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और टेक्नोलोजिकल इनोवेशन की बढ़ती तेजी पर नजर डालें तो भारत का समय आ चूका है. वित्तीय बाजार पर नजर डालें तो यह कहानी साफ़ नजर आ रही है, मुख्य सूचकांक भी प्रति दिन नए रिकार्ड बना रहे हैं. घरेलु संस्थागत निवेशक भी खूब खरीद्दारी के मूड में हैं, समय ऐसा है कि डीआईआई तथा एफआईआई (FII) के बीच का अंतर मुश्किल से 9 फीसदी रह गया है. आशा है कि डीआईआई जल्द ही एफआईआई से आगे निकल जायेगा.


कहाँ निवेश करें


अब सवाल यह उठता है की ऐसे समय में किस सेक्टर में निवेश करें, विषेशज्ञों की मानें तो ऐसे उत्साहवर्धक समय में सेक्टर निवेश तो होना ही चाहिए, पावर, इंफ्रा, बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं, इनोवेशन और कंजप्शन (Consumption) थीम में कमाल का रिटर्न देखने को मिल सकता है.


एक उदाहरण से देखें तो –



निप्पॉन इंडिया पावर एंड इंफ्रा फंड के बीते 1 साल का रिटर्न देखें तो 82.73 फीसदी रहा है, फार्मा और कंजम्पशन फंड ने भी क्रमशः 40.92 फीसदी और 39.34 फीसदी का रिटर्न दिया है.


निप्पॉन इण्डिया इनोवेशन फंड ने तो अपने लांच तिथि से महज 10 माह पुरे किये हैं, इस दौरान योजना का रिटर्न 47.92 फीसदी तक रहा, वहीं निप्पॉन इंडिया बैंकिंग फंड ने 25.95 फीसदी का रिटर्न दिया.



इसके अलावा आईसीआईसीआई, एक्सिस और आदित्य बिड़ला के सेक्टोरल फंडों ने भी दोहरे अंक का रिटर्न उत्पन्न किया.


बीते 1 साल में सेक्टोरल फंड्स ने 44.40 फीसदी का रिटर्न दिया है, इन फंड्स में निवेश कर निवेशक केवल रिटर्न से लाभान्वित नहीं होंगें बल्कि देश के दमदार आर्थिक ग्रोथ में भी योगदान दे पायेंगें.

Union Budget 2024: शेयर और म्यूचुअल फंड से कर रहे हैं तगड़ी कमाई, अब सरकार को भी दीजिए बढ़ा हुआ टैक्स

 

Budget 2024 Tax Proposal: इन दिनों शेयर बाजार में जबरदस्त कमाई हो रही है। कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपनी रकम को साल भर में ही दूनी कर लिया है। कई ऐसे म्यूचुअल फंड के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने साल भर में ही 50 से 70 फीसदी का रिटर्न दिया है। शायद यही वजह है कि सरकार ने इससे होने वाली कमाई पर टैक्स की दर में बढ़ोतरी कर दी है।


हाइलाइट्स

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कैपिटल गेन टैक्स में बढ़ोतरी कर दी है

अब शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स का रेट 20 फीसदी कर दिया गया है

साथ ही लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स को भी 12.5 फीसदी कर दिया गया है


शेयर बाजार (Share Bazaar) में इस समय बहार ही बहार है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का संवेदी सूचकांक 80,000 से ऊपर है। शहरों में तो इस समय हर तीसरा व्यक्ति शेयर बाजार में निवेश कर रहा है। एक ऐसी रिपोर्ट आई है कि देश की करीब 20 फीसदी आबादी शेयर बाजार में सीधे या शेयर बाजार से जुड़े प्रॉडक्ट में निवेश कर रहे हैं। इन सबकी अच्छी आमदनी हो रही है। शायद यही वजह है कि सरकार ने इस बजट में शेयर बाजार से होने वाली आमदनी पर टैक्स का रेट बढ़ा दिया है।


कैसे बढ़ा है टैक्स



शेयर बाजार से होने वाली आमदनी पर कैपिटल गेन टैक्स (Capital Gain Tax) लगता है। इस कैपिटल गेन टैक्स को दो हिस्सों में बांटा गया है। शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स। कोई व्यक्ति शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में निवेश कर एक साल के अंदर मुनाफा कमा के निकल लेता है तो इस आमदनी को शार्ट टर्म कैपिटल गेन (STCG) कहते हैं। लेकिन यदि वही अपने निवेश को एक साल तक बनाये रखता है तो वह लॉन्ग टर्म माना जाता है। इसलिए उस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स लगता है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को शार्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स रेट में बदलाव करके पूंजीगत लाभ कर व्यवस्था में कुछ हद तक बदलाव किया।


क्या हुआ है बदलाव


लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर पहले 10% की दर से टैक्स लगता था। अब इसे बढ़ाकर 12.5% कर दिया गया है। इसी तरह शार्ट टर्म कैपिटल गेन पर अभी तक 15 फीसदी की दर से टैक्स लगता था। अब इसे बढ़ा कर 20 फीसदी कर दिया गया है।


क्या हुआ है बदलाव


लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर पहले 10% की दर से टैक्स लगता था। अब इसे बढ़ाकर 12.5% कर दिया गया है। इसी तरह शार्ट टर्म कैपिटल गेन पर अभी तक 15 फीसदी की दर से टैक्स लगता था। अब इसे बढ़ा कर 20 फीसदी कर दिया गया है।


शेयर बाजार से खूब कमा रहे हैं लोग



इस समय शेयर बाजार से लोग खूब कमा रहे हैं। जिन्हें शेयर बाजार में सीधे निवेश कर कमाई करने का ज्ञान नहीं है, वे म्यूचुअल फंड के रास्ते निवेश कर रहे हैं। तभी तो जून 2024 के दौरान लोगों ने इक्विटी म्यूचुअल फंड में 40,608.19 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह एक महीने पहले के मुकाबले 17 फीसदी ज्यादा है। यह आंकड़ा एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड ऑफ इंडिया (AMFI) का है। मई 2023 के दौरान इक्विटी म्यूचुअल फंड में कुल 34,670.9 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।

Thursday, July 4, 2024

निवेश की शुरुआत से पहले गांठ बांध लें चार बातें, जानें कैसे दोगुना और चौगुना होगा पैसा?

 

SIP Strategy


SIP Strategy: म्यूचुअल बाजार से जुड़े होने के बावजूद मौजूदा वक्त में काफी लोकप्रिय स्कीम है। इसकी प्रमुख वजय है कि इस योजना में SIP के जरिए आप अपनी क्षमतानुसार राशि हर महीने आसानी से जमा कर सकते हैं। साथ ही, लंबे समय में इस योजना में मिलने वाला रिटर्न अन्य सरकारी योजनाओं की तुलना में काफी ज्यादा होता है। विशेषज्ञों की मानें तो SIP में औसतन 12% का रिटर्न मिल जाता है और कई बार यह 15% या इससे भी अधिक हो सकता है। कंपाउंडिंग और बेहतर ब्याज दरों के चलते लंबे समय में आपका पैसा तेजी से दोगुना और चौगुना हो सकता है। यदि आप भी Mutual Funds SIP में निवेश का मन बना रहे हैं, तो इन 4 बातों का ध्यान रखें।

1) लंबे समय के लिए करें निवेश:
यदि आप SIP के जरिए वेल्थ क्रिएट करना चाहते हैं, तो SIP को लंबे समय के लिए शुरू करें, मतलब 15, 20, 25 साल या इससे भी अधिक। आप जितने लंबे समय के लिए SIP शुरू करेंगे, उतनी ज्यादा बड़ी रकम इसके जरिए जोड़ सकते हैं। हर महीने मामूली रकम निवेश करके भी आप इस योजना से करोड़ों का फंड तैयार कर सकते हैं।

2) निवेश को लेकर अनुशासित रहें:
आपको निवेश के मामले में अनुशासित रहना होगा। मतलब यदि आपने एक बार निवेश शुरू किया है, तो इसे लगातार जारी रखें। लंबे समय के लिए शुरू की गई SIP को बीच में न रोकें और न ही बीच में पैसा निकालें। SIP को आप बेशक कम रकम के साथ शुरू करें, लेकिन यदि आप इसे लंबे समय तक अनुशासन के साथ जारी रखते हैं तो अच्छा-खासा मुनाफा कमा सकते हैं।

3) बहुत बड़ी रकम की SIP शुरू न करें:

यदि आप लंबे समय के लिए SIP शुरू कर रहे हैं, तो बहुत ज्यादा बड़े अमाउंट के साथ इसे शुरू न करें। इसकी वजह यह है कि कई बार कुछ विशेष परिस्थितियों के चलते बड़े अमाउंट की SIP को लोग लगातार जारी नहीं रख पाते हैं। ऐसे में SIP बीच में ही बंद हो जाती है, जिससे आप इसका अच्छा मुनाफा नहीं कमा पाते। यदि आपको लगता है कि आप ज्यादा पैसा निवेश कर सकते हैं, तो आप नई SIP शुरू कर सकते हैं। इसमें अच्छी बात यह है कि आप कितनी भी SIP चला सकते हैं और उसका टेन्योर अपने हिसाब से तय कर सकते हैं।

4) SIP को टॉप अप करें:
SIP के जरिए मोटा फंड इकट्ठा करने का एक और बेहतर तरीका यह है कि जिस रकम से आपने SIP को शुरू किया है, उसमें हर साल थोड़ा पैसा बढ़ाते रहें। यदि आप हर साल 10% या 5% के हिसाब से भी SIP टॉप-अप करते हैं, तो इसका जबरदस्त फायदा आपको मिलेगा और आपका पैसा तेजी से दोगुना और चौगुना हो जाएगा।